Rohit Shukta
02-26-2019, 02:54 PM
[attachment=116]
नोट बंदी रात में, जी एस टी रात में सर्जिकल स्ट्राइक रात में और एयर स्ट्राइक फिर रात में
मतलब चोकीदार जाग रहा है.
[attachment=109]
पाक को डरने की जरूरत नही ये तो उन आतंकियों पर हमला हो रहा है जिनका पता पाकिस्तान को नही है।पाकिस्तान तो हमारा पड़ोसी देश है।
[attachment=113]
ये जो पाकिस्तान पर हवाई हमला देख रहे हैं ना आप, इसका बटन आपने ही 2014 में दबाया था।
मोदी है तो मुमकिन है!!
#विश्वास_है
[attachment=112]
त्रेतायुग- श्रीराम ने केवट के पाँव धोये
द्वापरयुग- श्रीकृष्ण ने सुदामा के पाँव धोये
कलयुग- नमो ने सफाई कर्मियों के पांव धोये
[attachment=111]
आज शाम सभी अपने अपने घर दीपावली मनाएँ। भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम के प्रकटीकरण का उत्साह हर हिंदुस्तानी में दिखना चाहिए। आज सेना के जवानों के दिलों को ठंडक मिली होगी।
हम भी घर घर दीप जलाकर सेना के सम्मान में आज की शाम को प्रकाश से भर देंगे।
[attachment=110]
[attachment=117]
हित-वचन नहीं तूने माना,
मैत्री का मूल्य न पहचाना,
तो ले, मैं भी अब जाता हूँ,
अन्तिम संकल्प सुनाता हूँ।
याचना नहीं, अब रण होगा,
जीवन-जय या कि मरण होगा।
फण शेषनाग का डोलेगा,
विकराल काल मुँह खोलेगा।
दुर्योधन! रण ऐसा होगा।
फिर कभी नहीं जैसा होगा।
~ रामधारी सिंह 'दिनकर'
[attachment=115]
[attachment=118]
कहाँ है वो चमचे ? जो पूछ रहे थे कि टमाटर ? और पानी से लडाई लड़नी थी तो
लड़ाकू विमान क्यों खरीदे ? सामने तो आओ
नोट बंदी रात में, जी एस टी रात में सर्जिकल स्ट्राइक रात में और एयर स्ट्राइक फिर रात में
मतलब चोकीदार जाग रहा है.
[attachment=109]
पाक को डरने की जरूरत नही ये तो उन आतंकियों पर हमला हो रहा है जिनका पता पाकिस्तान को नही है।पाकिस्तान तो हमारा पड़ोसी देश है।
[attachment=113]
ये जो पाकिस्तान पर हवाई हमला देख रहे हैं ना आप, इसका बटन आपने ही 2014 में दबाया था।
मोदी है तो मुमकिन है!!
#विश्वास_है
[attachment=112]
त्रेतायुग- श्रीराम ने केवट के पाँव धोये
द्वापरयुग- श्रीकृष्ण ने सुदामा के पाँव धोये
कलयुग- नमो ने सफाई कर्मियों के पांव धोये
[attachment=111]
आज शाम सभी अपने अपने घर दीपावली मनाएँ। भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम के प्रकटीकरण का उत्साह हर हिंदुस्तानी में दिखना चाहिए। आज सेना के जवानों के दिलों को ठंडक मिली होगी।
हम भी घर घर दीप जलाकर सेना के सम्मान में आज की शाम को प्रकाश से भर देंगे।
[attachment=110]
[attachment=117]
हित-वचन नहीं तूने माना,
मैत्री का मूल्य न पहचाना,
तो ले, मैं भी अब जाता हूँ,
अन्तिम संकल्प सुनाता हूँ।
याचना नहीं, अब रण होगा,
जीवन-जय या कि मरण होगा।
फण शेषनाग का डोलेगा,
विकराल काल मुँह खोलेगा।
दुर्योधन! रण ऐसा होगा।
फिर कभी नहीं जैसा होगा।
~ रामधारी सिंह 'दिनकर'
[attachment=115]
[attachment=118]
कहाँ है वो चमचे ? जो पूछ रहे थे कि टमाटर ? और पानी से लडाई लड़नी थी तो
लड़ाकू विमान क्यों खरीदे ? सामने तो आओ