10-31-2020, 08:41 PM
आप ये कार्तिक माह जरूर करें
हरे कृष्ण
जय गुरुदेव
आप ये कार्तिक माह जरूर करें
31/10/2020 से 30/11/2020 तक जरूर करें
1- नित्य रात्रि के अन्तिम प्रहर में उठना।
2- स्नान करना।
3- ठाकुर जी को जगा कर आरती करना।
4- तुलसी महारानी को जल से सिंचित करके तुलसी वन्दना करना। (नमो नमः तुलसी कृष्णप्रेयसी..)
5- प्रभु के पवित्र नाम का कीर्तन करना।
हरे कृष्ण महामंत्र का जप करना,
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
तो संख्या बढ़ाकर जप करना अर्थात्
अन्य मास में जितनी माला करते
थे उससे बढ़ाकर या दोगुनी करना
(1 करते थे तो 2 करना, 4 करते थे तो 8 करना, 16 करते थे तो 32 करना)
जप माला पर ही करना चाहिए
6- तुलसी, मालती, कमल व सुगंधित पुष्पों से श्री दामोदर की पूजा-अर्चना करना।
7- प्रतिदिन भगवान् की कथा का श्रवण करना, श्रीमद्भगवद् गीता का पाठ अर्थ सहित कुछ इस प्रकार करना, कि कार्तिक मास में पूर्ण हो जाये भागवतम पढ़ना चाहिए सुनना चाहिए कृष्ण कथा का श्रवण करना चाहिए ही
8- प्रतिदिन दिन रात देसी घी या तिल-तेल का दीपक जला कर अर्चना करना।
9- अन्य मास में जो भोग निवेदन करते हैं उसके अलावा विशेष भोग प्रभु को लगाना। जो कभी प्रभु को भोग नहीं निवेदन करते वे भी इस मास में निवेदन करें।
10- एकभुक्त रहना अर्थात् मात्र एक बार भोजन करना। मौन रह कर भोजन करना।
11.पूरे कार्तिक माह में रोज श्री हरि विष्णु औऱ कृष्ण को तुलसी पत्र जरूर चढ़ाना चाहिए ओर चंदन भी लगाना चाहिए जो पूरे कार्तिक माह में तुलसी पत्र और कमल पुष्प चढ़ाता है वो कृष्ण को बहुत प्रिय होता है और वो कृष्ण के धाम वैकुंठ वास करता है|
12- दीप दान का विशेष महत्व है। विष्णु के निकट, देवालय में, तुलसी महारानी के समक्ष व, नदी, सरोवर के निकट, गोशाला में, राधा कृष्ण के निकट, गंगा, यमुना नदी में दीप दान करें आकाश-दीप प्रज्वलित करना।
13. जो कार्तिक माह की कार्तिक पूर्णिमा को 108 दीपक घी या तिल के तेल के यमुना जी मे या कोई भी आपके पास नदी में छोड़ता है या राधा कृष्ण के मंदिर में लगता है आटे के या मट्टी के दीये में तो वो ओर उसके पित्र और सारा कुल तर जाता है और वो कृष्ण के धाम जाता है|
14.कार्तिक माह राधा रानी कृष्ण को बहुत ज्यादा प्रिय है इस मास में जो भी करोगे उसका फल 10 लाख गुना ज्यादा बढ़कर मिलता है जैसे हरे कृष्ण मंत्र का जप, दीप दान, व्रत का, धाम वास का, वृंदावन परिक्रमा करने का,वृंदावन की रज का रोज तिलक लगाना, गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करने का, कार्तिक माह का व्रत करने का, इस माह में भागवत कथा पढ़ने सुनने का, भगवत गीता सुनने का, कृष्ण की कथा सुनने का उनकी किताब को किसी को देने का , कृष्ण भक्ति का प्रचार करने का फल 10 लाख गुना ज्यादा बढ़कर मिलता है तो कुछ तो जरूर करें राधा कृष्ण के प्रेम और भक्ति पाने के लिए जरूर करें कार्तिक मास को व्यर्थ नहीं जाने दे इसका पूरा लाभ प्राप्त करे|
15. कार्तिक माह में गाय की सेवा करना गाय को गुड़ और हरा चारा और पालक खिलाना चाहिए जो गो माता की सेवा और गो माता की रोज परिक्रमा करता है गो माता के चरणों के खुर की जो रोज रज लगता है वो तो गोलोक वैकुण्ठ जाता है क्योंकि गोपाल को गौ (गाय) बहुत ज्यादा प्रिय है |
जय राधा दामोदर भगवान की
जय श्रील प्रभुपाद
जय वृन्दावन धाम
जय कार्तिक मास
हरे कृष्ण आप से करबध्द निवेदन है कि यथा संभव सभी नियमों का पालन करे, नही तो कम से कम दीपदान संध्या के समय अवश्य करें, एंव दुसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
हरिबोल जय राधा माधव
प्रेषक: स्वाति जायसवाल
हरे कृष्ण
जय गुरुदेव
आप ये कार्तिक माह जरूर करें
31/10/2020 से 30/11/2020 तक जरूर करें
1- नित्य रात्रि के अन्तिम प्रहर में उठना।
2- स्नान करना।
3- ठाकुर जी को जगा कर आरती करना।
4- तुलसी महारानी को जल से सिंचित करके तुलसी वन्दना करना। (नमो नमः तुलसी कृष्णप्रेयसी..)
5- प्रभु के पवित्र नाम का कीर्तन करना।
हरे कृष्ण महामंत्र का जप करना,
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
तो संख्या बढ़ाकर जप करना अर्थात्
अन्य मास में जितनी माला करते
थे उससे बढ़ाकर या दोगुनी करना
(1 करते थे तो 2 करना, 4 करते थे तो 8 करना, 16 करते थे तो 32 करना)
जप माला पर ही करना चाहिए
6- तुलसी, मालती, कमल व सुगंधित पुष्पों से श्री दामोदर की पूजा-अर्चना करना।
7- प्रतिदिन भगवान् की कथा का श्रवण करना, श्रीमद्भगवद् गीता का पाठ अर्थ सहित कुछ इस प्रकार करना, कि कार्तिक मास में पूर्ण हो जाये भागवतम पढ़ना चाहिए सुनना चाहिए कृष्ण कथा का श्रवण करना चाहिए ही
8- प्रतिदिन दिन रात देसी घी या तिल-तेल का दीपक जला कर अर्चना करना।
9- अन्य मास में जो भोग निवेदन करते हैं उसके अलावा विशेष भोग प्रभु को लगाना। जो कभी प्रभु को भोग नहीं निवेदन करते वे भी इस मास में निवेदन करें।
10- एकभुक्त रहना अर्थात् मात्र एक बार भोजन करना। मौन रह कर भोजन करना।
11.पूरे कार्तिक माह में रोज श्री हरि विष्णु औऱ कृष्ण को तुलसी पत्र जरूर चढ़ाना चाहिए ओर चंदन भी लगाना चाहिए जो पूरे कार्तिक माह में तुलसी पत्र और कमल पुष्प चढ़ाता है वो कृष्ण को बहुत प्रिय होता है और वो कृष्ण के धाम वैकुंठ वास करता है|
12- दीप दान का विशेष महत्व है। विष्णु के निकट, देवालय में, तुलसी महारानी के समक्ष व, नदी, सरोवर के निकट, गोशाला में, राधा कृष्ण के निकट, गंगा, यमुना नदी में दीप दान करें आकाश-दीप प्रज्वलित करना।
13. जो कार्तिक माह की कार्तिक पूर्णिमा को 108 दीपक घी या तिल के तेल के यमुना जी मे या कोई भी आपके पास नदी में छोड़ता है या राधा कृष्ण के मंदिर में लगता है आटे के या मट्टी के दीये में तो वो ओर उसके पित्र और सारा कुल तर जाता है और वो कृष्ण के धाम जाता है|
14.कार्तिक माह राधा रानी कृष्ण को बहुत ज्यादा प्रिय है इस मास में जो भी करोगे उसका फल 10 लाख गुना ज्यादा बढ़कर मिलता है जैसे हरे कृष्ण मंत्र का जप, दीप दान, व्रत का, धाम वास का, वृंदावन परिक्रमा करने का,वृंदावन की रज का रोज तिलक लगाना, गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करने का, कार्तिक माह का व्रत करने का, इस माह में भागवत कथा पढ़ने सुनने का, भगवत गीता सुनने का, कृष्ण की कथा सुनने का उनकी किताब को किसी को देने का , कृष्ण भक्ति का प्रचार करने का फल 10 लाख गुना ज्यादा बढ़कर मिलता है तो कुछ तो जरूर करें राधा कृष्ण के प्रेम और भक्ति पाने के लिए जरूर करें कार्तिक मास को व्यर्थ नहीं जाने दे इसका पूरा लाभ प्राप्त करे|
15. कार्तिक माह में गाय की सेवा करना गाय को गुड़ और हरा चारा और पालक खिलाना चाहिए जो गो माता की सेवा और गो माता की रोज परिक्रमा करता है गो माता के चरणों के खुर की जो रोज रज लगता है वो तो गोलोक वैकुण्ठ जाता है क्योंकि गोपाल को गौ (गाय) बहुत ज्यादा प्रिय है |
जय राधा दामोदर भगवान की
जय श्रील प्रभुपाद
जय वृन्दावन धाम
जय कार्तिक मास
हरे कृष्ण आप से करबध्द निवेदन है कि यथा संभव सभी नियमों का पालन करे, नही तो कम से कम दीपदान संध्या के समय अवश्य करें, एंव दुसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
हरिबोल जय राधा माधव
प्रेषक: स्वाति जायसवाल